अब क्या रखा है
घुट - घुट के जीने में?
उठो तुम युवा हो कश्मीर के
भारत माता के जन्नत में
तुम जन्म लिए हो
तुम पहचानो अपने आपको
अलगाववादियों से बच के रहो
दूर रहो तुम आतंकवाद से
जिनको पत्थर से मारते हो
वो फौजी है तुम्हारे अपने देश के
अफवाहों से दूर रहो,केवल याद रखो
तुम कश्मीरी हो भारत देश के।
(आज से 4- 5 साल पहले मैंने इसको अपनी डायरी में लिखा था उस वक्त के माहौल को देखते हुए)
वाह, बहुत बढ़िया।
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद रजत जी।
Deleteबेहतरीन पंक्तिया।
ReplyDeleteधन्यवाद शैलेश जी।
Deleteआग्नेय उद्गार देश भक्ति से ओतप्रोत - - नमन सह।
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद एवं आभार शांतनु जी।🌻
DeleteExcellent lines!!
ReplyDeleteशुक्रिया गौरव जी।
Deleteक्या खूब लिखा है। लाजवाब..!
ReplyDeleteधन्यवाद शांतनु जी।
Deleteबहुत बढ़िया।
ReplyDeleteधन्यवाद जियो।
Deleteउन्हें लगातार समझाने और सही मार्गदर्शन की जरुरत है
ReplyDeleteजी हा सर बिल्कुल सही कहा आपने।
Deleteवाह
ReplyDeleteजी धन्यवाद हरी जी
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