नारा लगता है "छात्र एकता जिंदाबाद" पर जब मांग पूरी हो जाती है विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से तब ये छात्रों का गढ़ गुटो में बट जाता है श्रेय लेने के लिए की हमने संघर्ष किया था ! पता नहीं कौन सा संघर्ष करते है ये लोग भगवान ही मालिक है। एक बात और भगवान में तो ये विश्वास ही नहीं करते हैं ये कहते हुए कि "मै नास्तिक हूं"। बाकी भांग गांजा फूंकते हुए दिख जाएंगे तो अपनी तुलना महावदेव से करने लग जाएंगे। जहर की घूंट मुंह से लग जाए इनके तो राम ना सत्य हो जाय बात करते है महादेव की। बड़ी अजीब व्यथा है धार्मिक ग्रंथों को मानने से इन्कार भी करते है फिर उसको लेकर तर्क कुतर्क भी करने लग जाते है। क्रांतिकारी इतने बड़े की नक्सलियों का समर्थन करते है। कहते है हम किसी पार्टी की विचारधारा से जुड़े नहीं है पर तथाकथित पार्टियों के एजेंडे को अपनी आवाज़ देकर उछालने में कोई कसर नहीं छोड़ते है। फंडिग भी बराबर होती रहती हैं तमाम राजनैतिक पार्टियों द्वारा तो इनकी आवाज तो उठेगी ही। एक छात्र नेता युवा नेता से कब अपनी जाति का नेता बन जाता है पता ही नहीं चलता है। जातिवाद भी करता है और समाजवादी भी बनता है। बिल्कुल सफेद वस्त्र धारण कर घूमते है ये युवा नेता भले ही इनके दिमाग़ के अंदर घोर काला अंधेरा हो। कहते है अंधेरे में ही आज की सच्चाई है समझो बस यही से किरांती आई है ओह माफ करना क. क.क्रा... कांति ...क्रांति ..बोलते है...!
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Tuesday, February 9, 2021
अरे! इज्जत से वो युवा नेता है
अरे ये क्या हो रहा है देश में? जिसे देखो वही युवा नेता बना फिर रहा है। पोस्टर में भगत सिंह, आजाद और नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की तस्वीर लगाकर अपना भौकाल बनाते है भले ही इन क्रांतिकारियों के बारे में कुछ जानते हो या नहीं ! किसी कॉलेज में चले जाओ तो वहा छात्र नेता हाथ जोड़ते है,लेटकर कर दंडवत प्रणाम करते है आदि वोट पाने के लिए।इनको आता - जाता कुछ नहीं है पर उलुल- जुलुल बाते करने में सबसे ज्यादा माहिर हैं। कोई भी त्योहार हो हाथ जोड़कर एक फोटो खींचा लेंगे और पोस्टर छपवा देंगे शुभकामनाओं के साथ। जब कोई बड़ा नेता आ रहा हो किसी समारोह या रैली में तब ये कुछ युवा लोग इस फिराक में रहते है कैसे भी इनके साथ एक तस्वीर हो जाए। तस्वीर मिल जाती हैं तो उसे सोशल मीडिया पर डाल देते है आज फलाने नेता से आशीर्वाद लेते हुए,इनके साथ समय व्यतीत करते हुए... और ना जाने क्या क्या छाप देते है..!
बहुत सुन्दर और सार्थक।
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद एवं आभार शास्त्री जी।🌻
Deleteबहुत सुन्दर सही चिन्तन
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद एवं आभार आलोक जी। 🌻
Deleteबहुत बढ़िया विषय उठाया..सारगर्भित लेखन..
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद जिज्ञासा जी🌻
Deleteअच्छा आलेख
ReplyDeleteबधाई
आपका बहुत धन्यवाद सर।🌻
Deleteयथार्थ को रेखांकित करता लेख
ReplyDeleteआपका बहुत आभार वर्षा जी।🌻
Deleteचिंतनपरक लेख ।
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद एवं आभार मीना जी।
ReplyDeleteसुन्दर सही चिन्तन
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद एवं आभार संजय जी। स्वागत है आपका राष्ट्रचिंतक ब्लॉग पर।🌻
Deleteज्वलंत लेखन । अति सुन्दर ।
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद अमृता जी।
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