Pages

Friday, May 22, 2020

गुलाम

आवाज़ है दिल की सुनो,
क्या कहना चाह रहा है ?
हम तो जी लिए मजे में
अपने संतानों का सोचो!
घटिया राजनीति मत करो
वरना विदेशी राज करेंगे
तुम तो जी लिए आजाद 
अपनी पीढ़ी की सोचो
जो हो जाएगी गुलाम 
ना काम होगा ना धाम
बस गुलाम तो गुलाम !

No comments:

Post a Comment