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Thursday, May 21, 2020

गांव की यादे

आम जामुन का पेड़
कभी खेतो का मेढ़
सबकुछ याद आता है
कुछ भुला बिसरा हुआ
धुंधली धुंधली हुई यादे
वो मित्रो के कसमें वादे
माटी का बना खिलौना
वो गोली - लट्टू नचौना
शाम की क्रिकेट विकेट
रेलवे का एल्बम टिकेट
कभी गिल्ली और डंडा
वो  कॉमिक्स  का फंडा 
सबकुछ याद आता है..
और याद याद रह जाता है।।

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