पिछले महीने तथाकथित किसान आंदोलन के दौरान एक खालिस्तानी समर्थक कह रहा था जनरल वैद्य को ठोक दिए, इंदिरा गांधी को ठोक दिए ये मोदी क्या चीज है? आंदोलन के नाम पर यही उलुल - जुलुल दुष्प्रचार किया जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश रची जा रही है! इसको लेकर सतर्क रहने कि जरुरत है।
भारत माता की जय और वन्देमातरम के नारों से चिढ़ने वाले लोग अपने घटिया बयानबाजी से बाज नहीं आते है। जो धरा इनका पालन पोषण करती है उसी के साथ ये तथाकथित विदेशी विचारधारा से प्रेरित लोग विश्वासघात करते है। माता का दूध पीने नाम पर छाती में दात गड़ाकर खून पीने को तत्पर इन दुष्टों का सर्वनाश करना बेहद जरूरी हो गया है। इनके समर्थन में जितने लोग आते है सबके ऊपर उचित कार्रवाई करनी चाहिए सरकार द्वारा। देश को तोड़ने वाली आवाजे जो विश्वविद्यालयो में बैठे विदेशी विचारधारा से प्रेरित वामपंथी उठा रहे है जिसे क्रांति का नाम दिया जा रहा है, बहुत खतरनाक एवं घातक है। जीभ काट लेनी चाहिए इनकी ताकि कोई ऐसा दुस्साहस न कर सके। भारतीय छात्र जो इस विदेशी विचारधारा से प्रेरित है उन्हे अपने सुनहरे भविष्य को देखते इसका त्याग करना चाहिए अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे।
संकीर्ण मानसिकता वाले से उचित दूरी बनाकर रखने कि आवश्यकता है। ये पूरी कोशिश करते है सबको अपने जाल में फसाने की। इनका काम लोगो भटकाना और भड़काना रहता है ताकि किसी तरह इनकी घटिया राजनीति चलती रहे।
इनके साथ वाद- विवाद में पड़ना ही नहीं चाहिए। ये अपना स्तर इतना नीचे गिरा देते है कि सामने वाले को मूर्ख और अपने को विद्वान बताने लग जाते है। ये वही लोग है जो सरकार का विरोध करते - करते देश विरोधी बाते करने लग जाते है। इनके साथ बहस करके ज्ञानी व्यक्ति भी मूर्ख सिद्ध हो जाता है। देश तोड़ने वाले लोगो के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है नहीं तो आने वाली बर्बादी को कोई रोक नहीं सकता और अखण्ड भारत का उद्देश्य मात्र एक स्वप्न बनकर रह जाएगा।
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (22-02-2021) को "शीतल झरना झरे प्रीत का" (चर्चा अंक- 3985) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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आप अन्य सामाजिक साइटों के अतिरिक्त दिल खोलकर दूसरों के ब्लॉगों पर भी अपनी टिप्पणी दीजिए। जिससे कि ब्लॉगों को जीवित रखा जा सके।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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आपका बहुत आभार एवं धन्यवाद आदरणीय शास्त्री जी मेरे ब्लॉग को चर्चामंच पर स्थान देने के लिए । बिल्कुल सही कहा आपने।
Deleteशिवम जी बहुत गुस्से में लगते हैं। आपने सही लिखा है कि देश विरोधी तत्वों से सावधान रहना ही होगा।
ReplyDeleteकुछ लोग इस धरा को अपनी दासी बनाने की कोशिश कर रहे है बस इन्हीं तथाकथित लोगो के ऊपर एक प्रहार किया हु। आपका बहुत आभार वीरेंद्र जी टिप्पणी करने के लिए।
Deleteआज के परिदृश्य पर सार्थक लेखन..
ReplyDeleteजी आपका बहुत धन्यवाद एवं जिज्ञासा जी।
Deleteआपका बहुत बहुत शुक्रिया आलोक जी।
ReplyDeleteसुंदर लेख
ReplyDeleteधन्यवाद मनोज जी।
Deleteविचारणीय लेख ।
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद संगीता जी। स्वागत है आपका राष्ट्रचिंतक ब्लॉग पर।🌻
Deleteअत्यंत प्रभावी एवं सशक्त लेखन ।
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद एवं आभार अमृता जी।🌻
Deleteसार्थक सृजन 👌
ReplyDeleteआपक बहुत धन्यवाद एवं आभार अनुराधा जी।
Deleteसामायिक व राष्ट्र हितों से सम्बंधित समस्याओं पर आलोकपात करती सार्थक रचना, निर्भीक व प्रभावशाली रचना - - साधुवाद सह।
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद एवं आभार शांतनु जी।🌻🙏
Deleteबिलकुल सही लिखा है आपने।
ReplyDeleteउम्दा लेख।
लाजवाब अभिव्यक्ति।
आपका बहुत धन्यवाद सिद्धार्थ जी।
Deleteसिद्धार्थ सर हमारे ब्लॉग पर भी आइए और अपनी राय व्यक्त कीजिए आपका हार्दिक स्वागत है🙏🙏
Deleteविचारणीय लेख ।
ReplyDeleteआपका बहुत आभार मीना जी।
Deleteबहुत ही अच्छे विषय पर बहुत ही अच्छा लेख!
ReplyDeleteकृपया हमारे ब्लॉग पर भी आइए आपक स्वागत है
आपका बहुत धन्यवाद मनीषा जी। स्वागत है आपका राष्ट्रचिंतक ब्लॉग पर।
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