लेखक:- शिवम कुमार पाण्डेय
इनकी खुद की संतान ब्रिटेन , अमेरिका , ऑस्ट्रेलिया आदि जगहों पर शिक्षा लेने जाती हैं। दूसरों के बच्चो से ये लोग चाहते है कि इनके लिए आंदोलन करे ,जगह- जगह पर आगजनी और हिंसा करे , दूर कश्मीर में कही सेना के जवानों पर पत्थर फेंके, आतंकी जिहादी नारे लगाए, नक्सलियों के गुण गाए आदि। ऐसे संकीर्ण मानसिकता वालो को बस अपना घर भरना रहता है भले दूसरे का घर उजड़ जाए। सत्ता के भूखे- प्यासे लोग विदेशी शत्रुओं का समर्थन करने से भी बाज नहीं आते है। अभिव्यक्ति आजादी के आड़ में देश जाए भाड़ में कहते है। विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में भी एक ऐसी ही विचारधारा पनप चुकी है जो खुद को बुद्धिजीवी वर्ग समझती है ऐसे लोगों का खुलेआम समर्थन करते है। ये सबकुछ तथाकथित छात्रों और प्रफेसरो की वजह से होता है जो सिर्फ अपनी ही बात करते है और दूसरे कत्तई सुनना नहीं चाहते है। ये वही लंपट लोग है जो राजशाही का विरोध करते है पर वर्तमान में चल रहे परिवारवाद या वंशवाद की राजनीति पर इनको सांप सूंघ जाता है। बहुत क्रांतिकारी दिखाते है सब खुद को लेकिन किसी तथाकथित पार्टी का अध्यक्ष का लड़का विदेश पढ़कर आता है जो भारतीय राजनीति से एकदम अनिभिज्ञ है उसे अपना भैया बना लेते है ये लोग इस तरह बना बनाया एक प्लेटफॉर्म मिल जाता है और वंशवाद फूल जाता है। ऐसी ही तथाकथित लोग ब्राह्मणवाद का विरोध करते हैं जिसके बारे में यह तनिक जानते भी नहीं है। ऐसे लोगो से सतर्क रहना चाहिए खासकर युवाओं जो इनके बहकावे में देश विरोधी तत्वों का समर्थन करने लग जाते है। भड़काना, भटकाना और लड़वाना इनका मुख्य कार्य होता है। किसी भी व्यक्ति जो अपना जीवन शांति से जी रहा है उसके जीवन में भूचाल का लाने से तनिक से भी नहीं हिकिचाते है। इनका समूल विनाश करना बहुत जरूरी गया है। इनके ऊपर सख्त कार्रवाई की जरूरत है नहीं वो दिन दूर जब भारत अंदर खोखला हो चुका होगा। कहने तात्पर्य यही है कि शैतान और उसकी नाजायज औलाद लाख कोशिश करेंगे तहलका मचाने की तुम सुदर्शन चक्र तैयार रखना।
शानदार लेख।
ReplyDeleteशुक्रिया शांतनु जी
Deleteअरे बहुत सही लिखा
ReplyDeleteजी आपका बहुत आभार।
Deleteजी नमस्ते ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (१९-१०-२०२०) को 'माता की वन्दना' (चर्चा अंक-३८५९) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
--
अनीता सैनी
जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार आदरणीय मैम चर्चा मंच पर स्थान देने हेतु।🌻🙏
Deleteबहुत बढ़िया👌
ReplyDeleteशुक्रिया रजत जी।
Deleteअती सुंदर ।
ReplyDeleteआपका बहुत धन्यवाद सिद्धार्थ जी।
Deleteवाह, क्या खूब लिखा है आपने। उम्दा और जबरदस्त लेख।
ReplyDeleteजी आपका धन्यवाद शैलेश जी।
Deleteकहने को लोकतंत्र है पर राजनीतिक पार्टियां तो परिवारवाद के दम पर ही चल रही है।पिता के बाद पुत्र ही पार्टी का कार्यभार संभालेगा।
ReplyDeleteबहुत अच्छा खाका खींचा है आपने ...
बहुत सुन्दर लेख।
जी आपका बहुत धन्यवाद एवं आभार सुधा जी।
Deleteबेहद सुन्दर लेख
ReplyDeleteजी आपका बहुत आभार। स्वागत है आपका राष्ट्रचिंतक ब्लॉग पर
Delete"शैतान और उसकी नाजायज औलाद लाख कोशिश करेंगे तहलका मचाने की तुम सुदर्शन चक्र तैयार रखना।"
ReplyDeleteलाजवाब अभिव्यक्ति।
धन्यवाद जियो।
Deleteसुंदर लेख
ReplyDeleteजी आपका बहुत धन्यवाद एवं आभार सधु जी।
DeleteNice
ReplyDeleteजी आपका बहुत धन्यवाद।
DeleteNice
ReplyDeleteजी आपका बहुत धन्यवाद। स्वागत है आपका राष्ट्रचिंतक ब्लॉग पर।
DeleteNice
ReplyDelete